- 2007 में गुजराता पहले ही करा चुका है मेडीकल आफिसर की भर्ती परीक्षा में दिए गए पेपर को
- एक ही पेपर लिए गए सभी प्रश्न
- राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर ने एमडी परीक्षा के लिए कराया था पेपर
देहरादून : रविवार को आयुर्वेदिक मेडिकल आफिसर के पद के लिए भर्ती परीक्षा हुई। परीक्षा देने पहुंचे युवाओं ने पेपर के लिए पूरे साल मेहनत की थी। उतनी ही मेहनत से उन्होंने पेपर दिया भी, लेकिन उनके पैरों से उस समय जमीन खिसक गई। जब उन्होंने घर जाकर पेपर का मिलान करने के लिए किताबें खोली। दरअसल, किताबों के बीच उनको एक ऐसा पेज मिला, जिस पर आज परीक्षा में आया पूरा का पूरा पेपर हूबहू था। राष्ट्रीय आयुर्वेदिक संस्थान जयपुर 2007 में ही पेपर को करा चूका था ।अभ्यर्थ्यिों का आरोप है कि कुछ लोंगो को पेपर पहले ही बता दिया गया था। कुछ और गलतियां भी थी। परीक्षा पेपर पर लिखा गया है कि इसमें 80 प्रश्न हल करने हैं, जबकि पेपर में पूरे 100 प्रश्न हल करने के लिए दिए गए थे। यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा कि पेपर पहले से किसी को बताया गया था या नहीं, लेकिन परीक्षा पर सवाल जरूर खडे हो गए हैं।
आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज में जो पेपर हल करने के लिए दिया गया। वह पेपर राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान यजपुर की एमडी परीक्षा 2007 में पहले ही पूछा जा चुका है। अगर मिलाने करेंगे तो इस पेपर के 80 फीसद प्रश्न इसी पेपर से दिए गए हैं। परीक्षा दे रहरे युवाओं का आरोप था कि उनको पेपर मिलने से पहले ही उसकी सील खुल चुकी थी। हालांकि अभी कोई खुलकर सामने आने को तैयार नहीं है। अब देखना यह होगा कि सरकार इस पर क्यास कार्रवाई करती है।
– यह मेरी जानकारी में नहीं है। प्रश्नी रिपीट होना आम बात है, लेकिन यह जांच का विष्यन है कि इससे किसी को फायदा तो नहीं पहुंचाया गया। वास्त विक स्थिति जांच के बाद ही पता चलेगी।
–हरबंस चुग, सचिव आयुष