देहरादून: नगर निगम कोटद्वार की बैठक में मेयर पति व पार्षद पति के मौजूद होने पर राजनीति गरमा गई है। इसके विरोध में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। इसको लेकर सोशल मीडिया में भी जमकर राजनीति के साथ-साथ आम जनता में भी आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। वहीं अब इसमें अब भाजपा नेता व मंत्री हरक सिंह रावत भी कूद पड़े हैं।
हरक सिंह रावत ने एक बयान में कहा कि उन्होंने नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को सलाह दी है कि उन्हें इस तरह हंसी का पात्र नहीं बनना चाहिए। साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि, जब भाभी जी (मेयर हेमलता नेगी) मेयर बन गई है तो भाई सुरेंद्र सिंह नेगी को घर में उनके लिए रोटियां बनानी चाहिए ताकि जब वह निगम का कार्य करने के बाद थक कर घर लौटे तो उनके लिए गरमा गरम खाना मिल पाए।
बता दें कि, गत बुधवार को नगर निगम कोटद्वार सभागार में मेयर हेमलता नेगी ने अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें उनके बगल में मेयर के पति पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी भी बैठे हुए थे। बैठक में मेयर के साथ कुछ पार्षद व अधिकारी के अलावा मेयर के पति सुरेन्द्र सिंह नेगी के साथ दो पार्षदों के पति भी मौजूद थे।
ऐसे में भाजपा पार्षदों ने कहा कि, उनकी सोच बता रही है कि जब महिला के पति को ही जिताना था तो महिला सीट क्यों की। उन्होंने कहा कि टिकट वितरण में महिलाओं की योग्यता और उनके हुनर को नजर अंदाज किया गया है।
वहीं भाजपाइयों ने बैठक में मेयर व पार्षद पतियों की मौजूदगी को नियम विरुद्ध बताया, साथ ही कहा कि, बैठक में मेयर पति सुरेन्द्र सिंह नेगी अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। जो उचित नहीं है। यह उनके अधिकारों का हनन है। इसे किसी भी कीमत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।