नई दिल्ली: गुरुवार को लोकसभा चुनाव के पहले चरण में देश के 20 राज्यों और केंद्र प्रशासित प्रदेशों के 91 निर्वाचन क्षेत्रों वोट डाले गए। कमाल की बात ये रही कि आंध्र प्रदेश में आधी रात कर लोगों ने वोट डाले और यहां 76.69 प्रतिशत वोट पड़े। सभी जगह अलग अलग मात्रा में वोट पड़े। कहीं ये आंकड़ा 80 प्रतिशत से ऊपर पहुंच गया को कई जगह 60 प्रतिशत पहुंचना भी मुश्किल हो गया। बिहार में ये आंकड़ा सबसे कम यानि लगभग 50 प्रतिशत रहा। जबकि त्रिपुरा में ये सबसे अधिक 81.80 प्रतिशत रहा। पश्चिम बंगाल में 42 में से 2 सीटों पर मतदान हुए और 81 प्रतिशत वोटिंग दर्ज हुई। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में 80 में से 8 सीटों पर पहले चरण ने वोट डाले गए। यहां 63.69 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला।
अंडमान निकोबार और लक्षदीप में 70.67 और 66 प्रतिशत वोट डाले गए। मतदान देने वालों का आंकड़ा महाराष्ट्र और छोत्तीसगढ़ दोनों ही जगह एक समान 56 प्रतिशत रहा। महाराष्ट्र में 48 में से 7 जबकि छत्तीसगढ़ में 11 में से एक सीट पर वोट डाले गए। आंध्र प्रदेश की 25 सीटो पर 76.69 परसेंट मतदान हुआ। बता दें कि साल 2014 में ये आंकड़ा 74.64 प्रतिशत था। तेलंगना और ओडिशा में क्रमश: 60 और 68 प्रतिशत वोट डाले गए।
मेघालय की सभी लोकसभा सीटों पर पहले चरण में ही मतदान हो गए। यहां वोट परसेंट 67.16 प्रतिशत रहा। पहले चरण में आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में हिंसा की वारदातें हुई हैं। चुनावी हिंसा का सबसे खराब रूप आंध्र प्रदेश में देखने को मिला है, जहां दो दलों के समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 2 लोगों की जान चली गई है। आंध्र प्रदेश में टीडीपी (TDP) और वाईएसआर (YSR) कांग्रेस के समर्थक आपस में भिड़ गए, जिसमें दोनों दलों के 1-1 लोगों की मौत हो गई। हिंसा की ये घटना अनंतापुरम जिले की ताडीपट्री विधानसभा क्षेत्र के एक गांव में हुई।