नई दिल्ली: पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी का शव शनिवार शाम पंत नगर ले जाया जाएगा। वहां से उनका पार्थिव शरीर हलद्वानी लाया जाएगा जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर पाएंगे। अंतिम दर्शन संपन्न होने के बाद हलद्वानी के चित्रशील घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके निधन के बाद नई दिल्ली में तिलक लेन स्थित उनके आवास पर शुक्रवार को दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। शनिवार को उनका शव लखनऊ ले जाया जाएगा जहां विधानसभा में उनके पार्थिव शरीर को दर्शन के लिए रखा जाएगा।
शुक्रवार को दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तिवारी को उनके घर जाकर श्रद्धांजिल दी। इससे पहले गुलाम नबी आजाद और अहमद पटेल ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री का गुरुवार को 93 साल की उम्र में देहांत हो गया। उनका लंबे समय से बुखार और न्यूमोनिया का इलाज चल रहा था। 18 अक्टूबर को उन्होंने दोपहर 2.50 बजे दिल्ली के मैक्स सुपर स्पेशिऐलिटी अस्पताल में आखिरी सांस ली।
एनडी तिवारी भारत के उन नेताओं में से हैं, जिनका जीवन सबसे ज़्यादा समृद्ध रहा। अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने प्रधानमंत्री पद की कुर्सी के अलावा वह सब हासिल कर लिया था, जिसका कोई नेता ख्वाब देखता है। उनकी निजी ज़िंदगी इतना ज़िंदादिल रही, जिससे किसी को भी रश्क हो सकता है।
दो राज्यों के मुख्यमंत्री रहने वाले पहले भारतीय एन डी तिवारी पिछले साल सितंबर से ही अस्पताल में भर्ती थे। इस साल जुलाई से वह इंटेसिंव केयर यूनिट (आईसीयू) में थे। नैनीताल में 18 अक्टूबर, 1925 को जन्मे तिवारी तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। इसके साथ उत्तराखंड में वह 2002-2007 में मुख्यमंत्री रहे।