देहरादून: कोतवाली विकासनगर के अंतर्गत 16 नवंबर को कुछ असमाजिक तत्वो ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पंहुचाने के आशय से खेडा मन्दिर शिवपुरी, डाक पत्थर में कुछ मांस के टुकटे डाल दिये थे। जिससे आम जनमानस की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची थी। जिससे स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश था, जिसके फलस्वरुप कोतवाली विकासनगर पर मुअसं 481/18 धारा 295 भादवि पंजीकृत कर विवेचना की गयी।
मांस के टुकड़ो का सैम्पल लेकर विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया। इसी क्रम में 23 नवम्बर को अभियुक्त गण मौहम्मद नौशाद पुत्र रशीद अहमद निवासी उपला मौहल्ला जीवनगढ़ विकासनगर देहरादून, जावेद उर्फ अण्डा पुत्र अली हसन निवासी उपला मौहल्ला जीवनगढ थाना विकासनगर देहरादून, को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
31 दिसम्बर को घटना में वांछित चल रहे अभियुक्त मुन्ना पुत्र नूर मौहम्मद निवासी कुरेशी मौहल्ला जीवनगढ़ थाना विकासनगर देहरादून उम्र-24 वर्ष को अम्बाडी विकासनगर से गिरफ्तार किया गया जो पूर्व में भी गौ-कशी के मामलो में जेल जा चुका है। अभियुक्त के कब्जे से घटना मे प्रयुक्त कुल्हाडी व छूरी बरामद की गयी।
पूछताछ करने पर उसने बताया कि नौशाद मेरा दोस्त है, जिसका अपनी पत्नी से मनमुटाव चल रहा है, उसकी पत्नी शमा प्रवीन नें नौशाद को पूर्व में जेल भिजवाया था। इसी कारण नौशाद ने अपने साले शफाकत उर्फ भूरा व अपनी पत्नी से बदला लेने के लिए अपनी दुकान पर काम करने वाले जावेद उर्फ अण्डा के साथ मिलकर योजना बनाई कि यदि हम शफाकत उर्फ भूरा की दुकान के पास वाले खेडा मन्दिर में गाय का मांस रख देंगे तो आस-पास के हिन्दु समुदाय को लोग शफकत की दुकान व घर में तोडफोड कर दुकान बन्द करवा देगें। तब नौशाद ने जावेद के साथ मिलकर 13 नवम्बर को अभियुक्त मुन्ना से डाकपत्थर नहर के पास एक गाय कटवायी और गाय के मास का 05-06 किग्रा मांस नौशाद की दुकान में रखे फ्रीज मे रख दिया और फिर मौका पाकर 16 नवंबर की रात्रि को खेडा मन्दिर में रख दिया। घटना के कुछ समय बाद ही विकासनगर पुलिस द्वारा 02 अभियुक्तो को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया तथा वांछित चल रहे अभियुक्त मुन्ना को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।