नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी द्वारा पश्चिम बंगाल में प्रस्तावित रथ यात्रा को कलकत्ता हाई कोर्ट ने मंजूरी दे दी है। ‘गणतंत्र बचाओ यात्रा’ को मंजूरी मिलने से राज्य की ममता सरकार को बड़ा झटका माना जा रहा है। दरअसल पश्चिम बंगाल सरकार ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की आशंकाओं के तहत भाजपा को रथ यात्रा की इजाजत नहीं दी थी, जिसके बाद भाजपा ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
ममता सरकार ने हाईकोर्ट में दलील दी कि भाजपा की रथयात्रा से प्रदेश की शांति और सौहार्द बिगड़ सकती है, जिसे लेकर उन्हें खूफिया रिपोर्ट से जानकारी मिली है, इसलिए भाजपा को यात्रा की इजाजत न दी जाए। पश्चिम बंगाल सरकार की इस दलील को काटते हुए भाजपा के वकील एसके कपूर ने आरोप लगाया कि इसके लिए इजाजत देने से इनकार करना पूर्व निर्धारित है और इसका कोई आधार नहीं था। भाजपा ने कहा कि बंगाल की सरकार कहती है कि वह एक राजनीतिक रैली निकालने की इजाजत नहीं देगी।
बता दें कि ‘गणतंत्र बचाओ यात्रा’ की तीन तारीखें पहले ही निर्धारित कर ली हैं। यह 22 दिसंबर को कूच बिहार से, 24 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप से और 26 दिसंबर को बीरभूम जिले के तारपीठ से निकलेगी।’ ममता बनर्जी सरकार ने शनिवार को बीजेपी की रथ यात्रा को यह कहते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया कि इससे सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो सकता है।