नई दिल्ली: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के मालदा में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि 2019 का चुनाव तय करने वाला है कि बंगाल में हत्याएं करवाने वाली, लोकतंत्र का गला घोटने वाली, भ्रष्टाचार करने और घुसपैठ करने वाली तृणमूल सरकार बंगाल में रहेगी या जाएगी। इसके अलावा अमित शाह ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में जो रैली हुई थी उसमें शामिल 23 नेताओं में से 9 प्रधानमंत्री के दावेदार बैठे थे।
शाह ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की रथ यात्रा रोकने से बंगाल की जनता के दिलों में जो कमल खिला है वो खत्म नहीं होगा-ममता दीदी। बंगाल की जनता ने 2019 में मोदी जी को फिरसे प्रधानमंत्री बनाने का मन बना लिया है। कम्युनिस्टों को हटाकर बंगाल की जनता ने तृणमूल को शासन दिया था लेकिन आज के हालात देखकर बंगाल की जनता मजबूरी में बोल रही है कि तृणमूल से अच्छे कम्युनिस्ट ही थे।
अमित शाह ने ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि 2019 का चुनाव बंगाल में एक बार फिर लोकतंत्र प्रस्थापित करने वाला चुनाव है। उन्होंने कहा कि 2019 का चुनाव भारत का भविष्य निर्धारित करने वाला चुनाव तो है ही लेकिन उसके साथ बंगाल के लिए भी यह चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण है। ममता दीदी अगर हमें रथ यात्रा नहीं निकालने देंगी तो हम रैली करेंगे और अगर रैली भी नहीं करने देंगी तो हम पैदल घर-घर जाएंगे। जिस बंगाल में संगीत की गूंज सुनाई पड़ती थी, उसी बंगाल में आज बम के धमाकों की गूंज सुनाई देती है। अमित शा शाह ने कहा कि ममता सरकार ने भाजपा को रथ यात्रा की अनुमति नहीं दी। ममता को डर था कि रथ यात्रा निकलती तो यह उनकी सरकार की अंतिम यात्रा होती।