सुनीत चौधरी की रिपोर्ट;
रुद्रप्रयाग: 16-17 जून 2013 की विनाशकारी केदारनाथ आपदा में लापता हुये चार यात्रियों के नर कंकाल गौरी माई खर्क के जंगलों से बरामद हुये हैं। पुलिस ने चारों नर कंकालों का डीएनए लेकर पंचायतनामा भर दिया है और सोनप्रयाग में नर कंकालों का अंतिम संस्कार किया जायेगा।
यह भी पढ़ें: पिथौरागढ़ के ग्रांम प्रधान की गोली मारकर हत्या , हत्यारोपी पुलिस की गिरफ्त में, पुलिस कर रही है जांच
दरअसल, केदारनाथ आपदा में लापता हुये लोगों के नर कंकालों को ढूढ़ने के लिये पुलिस ने चार दिनों तक केदारनाथ के जंगलों में सर्च आपरेशन चलाया था। सर्च आपरेशन में पुलिस, एसडीआरएफ और स्थानीय गाइडों की दस टीमे लगी हुई थी। इस दौरान केदारनाथ, रामबाड़ा, त्रियुगीनारायण, लिनचैली सहित अन्य जंगलों और पैदल ट्रैकों पर सर्च अभियान चलाया। सर्च अभियान के दौरान गौरी माई खर्क के जंगलों से चार नर कंकाल बरामद हुए हैं। इन चारों नर कंकालों का डीएनए लेने व पंचायतनामा भरने के बाद सोनप्रयाग में अंतिम संस्कार किया गया है।
यह भी पढ़ें: एम्स में 24 वर्षीय युवती के शरीर से 41 किलोग्राम के ओवरियन ट्यूमर का किया गया सफल ऑपरेशन
केदारनाथ आपदा में जमकर तबाही मची थी। आपदा में कई लोग मारे गये थे। जबकि कई यात्री गुमशुदा हैं। आपदा के समय यात्री जान बचाने के लिये जंगलों की ओर भागे थे। जहां भूख-प्यास से यात्रियों ने दम तोड़ दिया था। आपदा के बाद से लगातार जंगलों में सर्च आपरेशन चलाये जा रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि 2013 की आपदा में केदारनाथ और पैदल मार्ग से काफी यात्री मिसिंग थे। पुलिस महानिदेशक के निर्देश के बाद चार दिवसीय सर्च अभियान चलाया गया। सर्च अभियान के दौरान चार नर कंकाल बरामद हुए हैं। इन नर कंकालों का डीएनए सैंपल लेने के बाद पंचायतनामा भरा गया है और फिर सोनप्रयाग में इनका अंतिम संस्कार किया जायेगा। पूर्व में 699 लोगों के शव और नरकंकाल बरामद हो चुके हैं।
यह भी पढ़ें: जिला अस्पताल पौड़ी को पीपीपी मोड पर चलाएगा महंत इन्दिरेश अस्पताल