रूद्रप्रयाग: महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ाने और उन्हें शसक्त बनाने के मकसद से जिले के कई गावों में एक अनूठी पहल की जा रही है। इसके लिए रामलीला को जरिया बनाया गया है। दरअसल इन दिनों रात में रामलीलाओं का मंचन किया जा रहा है, जिसमें महिला किरदारों को ही सम्मिलित किया जा रहा है। आयोजित रामलीलाओँ को देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड उमड़ रही है।
इसी कड़ी में रूद्रप्रयाग के दूरस्थ गांव रतूडा में भी रामलीला का मंचन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएँ पहुंच रही हैं। बता दें कि, पहले इन रामलीलाओं का आयोजन रात के बजाय दोपहर में किया जाता था, लेकिन अब समाज की महिलाओं के प्रति समानता ही कहेंगे कि, रामलीला रात्रि को होनी शुरु हो गयी है। जिला मुख्यालय से करीब 11 किमी दूर रतूडा गांव ने रात्रि को महिलाओं की रामलीला प्रस्तुत कर एक नई मिसाल कायम की है। साथ ही प्रयास किया जा रहा है कि अब गांव में होने वाले सभी सामूहिक आयोजनों में भी महिलाओं को पूरी भूमिका में रखा जाये। वहीं रामलीला के निर्देशक का मानना है कि, अब समाज में महिलाओं को पूरा सम्मान दिया जा रहा है। औऱ उनके द्वारा आयोजित रामलीला का भी यही मकसद है कि, इसमें महिलाओं को शामिल किया जाए, जिससे उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया जा सके।