देहरादून: राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष पद अब तक खाली चल रहा है। नारी निकेतन और महिलाओं से जुड़े मामलों का निस्तारण और महिलाओं की समस्याओं के निदान के लिए राज्य में महिला आयोग बना है। पूर्व अध्यक्ष सरोजनी कैंत्यूरा का कार्यकाल पूरा हुआ काफी समय हो चुका है। वो पद से मुक्त भी हो चुकी हैं। बावजूद इसके अब तक आयोग के अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो पाई है।
महिला हिंसा और नारी निकेतनों में निरीक्षण का जिम्मा प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही महिला आयोग भी होता है। आयोग में इसके लिए एक बोर्ड का गठन होगा है, जो बोर्ड का संचालन करता है। लेकिन, अब तक आयोग की अध्यक्ष की नियुक्ति ही नहीं हुई है। ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि सरकार महिलाओं के मामले में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं।
आयोग में आए दिन महिलाओं से जुड़े कई मामले में आते हैं। आयोग के अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होने से आयोग के प्रशासनिक कार्य तो प्रभावित हो ही रहे हैं। महिला संबंधी मामलों में जांच भी नहीं हो पा रही है। नारी निकेतन और महिला आश्रयों में भी निरीक्षण नहीं हो पा रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार महिलाओं को लेकर कितनी संवेदनशील हैं।