रुद्रप्रयाग : स्थाई राजधानी गैरसैण को लेकर रुद्रप्रयाग में रविवार को महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में गढवाल व कुमांयू मण्डल के आन्दोलनकारियों सहित सामाजिक कार्यकर्ताओं, व्यापारियों, स्वयंसेवी संगठनों, पत्रकारों व युवाओं ने प्रतिभाग किया और प्रदेश की सरकारों पर जमकर हमला बोला। नये बस स्टैण्ड पर आयोजित महापंचायत में लोक गायक विक्रम कप्रवाण ने गैरसैण को लेकर अपनी नयी रचना को प्रस्तुत किया जिसे काफी सराहा गया। साथ ही विभिन्न स्थानों से आये जनमानस ने एक सुर में गैरसैण को स्थाई राजधानी घोषित करने की मांग की।
वक्ताओं ने कहा कि राज्य आंदोलन स्व स्फूर्त था और ये देश का ऐसा पहला राज्य है जिसके गठन से पहले ही जनता ने राजधानी की घोषणा कर दी थी मगर राजनैतिक दल इस मसले को महज अपने चुनावी घोषण पत्रों व भाषणों तक ही सीमित रहने देना चाह रहे है जो कि यहां की जनभावनाओं के साथ कुठाराघात है। महापंचायत में निर्णय लिया गया कि स्थाई राजधानी गैरसैण को लेकर भाजपा व कांग्रेस सहित राजनैतिक दलों के साथ सीधा संवाद किया जायेगा और आंदोलन को आमजन तक पहुंचाने के लिए अभियान चलाया जायेगा। वहीं राज्य आंदोलनकारी भूपाल सिंह चौधरी ने कहा कि आज आंदोलनकारी महज परिचय पत्र पाने व पेंशन नौकरी के लिए सरकार का मुंह तांक रहे हैं जब्कि राज्य आंदोलन की अवधारणा अलग थी और पहाड़ के सर्वांगीण विकास को लेकर पहाडों की राजधानी पहाडों में बनाने का संकल्प था ना कि आंदोलन की आड में राज सहायता पाने का।