देहरादून: बुधवार को उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा उषा नेगी एवं सदस्या शारदा त्रिपाठी, सीमा डोरा, हितेंद्र राणा खंड शिक्षा अधिकारी रायपुर, सम्पूर्णा भट्ट परिविक्षा कार्यालय से राजधानी दून स्थित आजाद कॉलोनी के दो मदरसों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान संयुक्त टीम ने पाया कि, यहां सरकार से मिड डे मील मिलता है, लेकिन एनसीईआरटी की पुस्तक नहीं पड़ाई जा रही है। बल्कि, केवल धार्मिक पढाई हो रही है। इस पर अध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए सभी कक्षाओं में एनसीईआरटी की पुस्तक पढाए जाने के भी निर्देश दिए। साथ ही कहा कि, यहां बच्चों को मोलवी के साथ ही डॉक्टर, इंजीनियर आदि बनने की शिक्षा के लिए भी अध्यन कराया जाए।