देहरादून: उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी एवं सदस्या शारदा त्रिपाठी एवं सीमा डोरा तथा विकासनगर तहसीलदार प्रकाश शाह की संयुक्त टीम द्वारा रामपुर विकासखण्ड सहसपुर के मदरसा का निरीक्षण किया गया। जहां उन्होंने मदरसों के बच्चों से जब ऊषा नेगी ने पूछा कि, इस देश को किसने आजाद कराया तो बच्चों ने जवाब दिया कि टीपू सुल्तान।
वहीँ जब एक सातवीं कक्षा के बालक से पूछा कि, आपके देश का नाम क्या है, तो उनको पता ही नहीं था और कुछ बच्चों ने जवाब दिया उत्तर प्रदेश। इस पर ऊषा नेगी द्वारा मदरसा संचालकों के प्रति नाराजगी व्यक्त की गई। उन्होंने कहा कि, सातवीं कक्षा के बच्चे अपने देश का नाम नहीं जानते तो किस प्रकार की शिक्षा उनको दी जा रही है। उन्होंने कहा कि, मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को देश के सम्बन्ध में सभी जानकारीयां सही सही दी जाए और बच्चों से यह भी पूछा गया कि आप बढ़े होकर क्या बनना चाहते हैं, तो सभी का एक ही जवाब था कि मौलवी।
उन्होंने कहा कि, बच्चो आप डॉक्टर या इंजीनियर बनकर देश की सेवा क्यों नहीं करना चाहते, तो जवाब मिला कि मदरसे में हम मौलवी बनने के लिए ही शिक्षा प्राप्त करते हैं। इस पर ऊषा नेगी ने मदरसे के शिक्षकों को कहा कि, आप इन बच्चों को सही प्रकार की शिक्षा दें और इनको देश की सेवा में कार्य करने की प्रेरणा तथा देश भक्तों के बारे में जानकारियां दें। साथ ही उन्होंने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि, बच्चे देश का भविष्य हैं और यदि भविष्य में मुझे इस प्रकार की शिकायत पुन: प्राप्त होगी तो आयोग को कार्यवाही हेतु बाध्य होना पड़ेगा।