आयोध्या मामले की मध्यस्थता के लिए गठित कमेटी के तीन सदस्यों में से एक श्रीश्री रविशंकर की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि कोर्ट द्वारा मध्यस्थता की दिशा में यह कदम देश के सर्वोत्तम हित में है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “सभी का सम्मान करना, सपनों को हकीकत में बदलना, लंबे समय से चले आ रहे संघर्षों को खुशी-खुशी समाप्त करना और समाज में समरसता बनाए रखना। इन लक्ष्यों के लिए हम सभी को मिलकर आगे बढ़ना चाहिए।”
Respecting everyone, turning dreams to reality, ending long-standing conflicts happily and maintaining harmony in society – we must all move together towards these goals.#ayodhyamediation
— Sri Sri Ravi Shankar (@SriSri) March 8, 2019
वहीँ अयोध्या विवाद की मध्यस्थता के लिए गठित की गई कमेटी में रविशंकर का नाम होने पर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति जताई है। ओवैसी ने कहा कि अब चूंकि सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया है, तो श्रीश्री रविशंकर को निष्पक्ष रहना होगा।
AIMIM Chief Asaduddin Owaisi on SC order in Ayodhya case: Sri Sri Ravi Shankar who has been appointed a mediator had earlier made a statement 'if muslims don't give up their claim on Ayodhya,India will become Syria.' It would've been better if SC had appointed a neutral person. pic.twitter.com/PthrJvYYdY
— ANI (@ANI) March 8, 2019