प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नाम संबोधन में भारत के अंतरिक्ष महाशक्ति के बनने की घोषणा की। पीएम मोदी ने कहा, ”कुछ ही समय पूर्व भारत ने एक अभूपूर्व सिद्धि हासिल की है। भारत ने अपना नाम अंतरिक्ष महाशक्ति के रूप में दर्ज करा दिया। दुनिया के तीन देश अमरीका, रूस, चीन को ही यह उपलब्धि हासिल थी। अब इस पंक्ति में भारत भी शामिल हो गया।
अंतरिक्ष में 300 किलोमीटर दूर लो ऑर्बिट सेटलाइट को मार गिराया है। यह एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था और तीन मिनट के भीतर इसे हासिल किया गया। मिशन शक्ति यह बहुत ही कठिन ऑपरेशन था जिसे हमने हासिल किया। हम इसके लिए अपने वैज्ञानिकों बधाई देते हैं। आज हमारे पास अलग-अलग उपग्रह हैं और ये देश के विकास में योगदान दे रहे हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर बताया था कि वो देश को संबोधित करते हुए महत्वपूर्ण संदेश देंगे। प्रधानमंत्री ने 11:45 से 12 बजे के बीच संबोधन के लिए कहा था लेकिन ये वक़्त निकल गया है और पीएम के संबोधन में देरी हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट की बैठक करने के बाद यह संबोधन किया।
साल 2010 से भारत कर रहा था काम
10 फरवरी 2010 को डीआरडीओ के तत्कालीन डायरेक्टर जनरल और उस समय रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार डॉक्टर वीके सारस्वत ने इंडियन साइंस कांग्रेस में बताया था कि भारत हर उस तकनीकी को डेवलप करने में लगा है जो अंतरिक्ष की कक्षा में भी दुश्मन के सैटेलाइट को ढेर कर दे। सारस्वत ने उस समय यह भी कहा था लो ऑर्बिट और पोलर ऑर्बिट में मौजूद किसी भी दुश्मन के सैटेलाइट को गिराने के लिए भारत हर तरह के कदम उठा रहा है।