उत्तराखंड: नैनीताल में आठ माह से लाइसेंस के लिए परेशान नई बस्ती गुलरघट्टी निवासी जाहिद पुत्र शफीक ने सोमवार को एआरटीओ ऑफिस में जहर पी लिया। इस आत्महत्या की कोशिस के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां हालत खराब होने पर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जाहिद छोटा हाथी वाहन चलाता है। ओवरलोडिंग और लाइसेंस एक्सपायर होने पर आठ माह पहले सीपीयू कर्मियों ने हल्दुआ चेकपोस्ट पर उसका चालान काटने के साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त कर दिया और लाइसेंस को जब्त कर लिया।
लाइसेंस की जानकारी लेने के लिए जाहिद आठ महीने से कभी सीओ ऑफिस तो कभी आरटओ ऑफिस के चक्कर काट रहा था। जाहिद को लाइसेंस के बारे में न तो कोई जानकारी मिल पाई और न उसे लाइसेंस वापस मिला। सोमवार को वह एआरटीओ ऑफिस पहुंचा और वहां पर उसने लाइसेंस के बारे में जानकारी लेनी चाही तो उसे कुछ पता नहीं चला। इससे परेशान होकर जाहिद ने एआरटीओ ऑफिस में ही जहर पी लिया।
वहीँ घटना के बाद एआरटीओ ऑफिस के बाहर अफरा-तफरी मच गई। हालत खराब होने पर उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां से चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया। परिजन उसे काशीपुर स्थित एक निजी अस्पताल में ले गए हैं।