त्रिपुरा: त्रिपुरा में रूसी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति गिराने का मामला सामने आया है। इसके बाद से वहां हिंसा भी शुरू हुई। इस घटना पर सभी वामपंथी दलों ने कड़ी नाराजगी जताई है और घटना की निंदा की है। भाजपा कार्यकर्ताओं पर मूर्ति गिराने का आरोप लगा है। साथ ही राज्य में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कई दफ्तरों में तोड़फोड़ की गई है। इन खबरों के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा हालात पर सरकार को नजर बनाये रखने की बात सामने आई थी।
वहीं दूसरी ओर केन्द्रीय गृहमंत्री द्वारा राज्यपाल को कानून व्यवस्था पर नजर बनाए रखने को लेकर लिखे पत्र की खबरों के बीच गवर्नर तथागत रॉय के ट्विटर हैंडल पर इसका खंडन किया गया है। रॉय की ओर से ट्विटर पर लिखा गया है कि उन्हें केन्द्रीय गृहमंत्री की ओर से इस तरह का कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है।
The Governor has received no such written communication from the Union Home Minister. I do not know who you are,but I ask you not to spread false rumours on social media https://t.co/5YIDXSTRyZ
— Tathagata Roy (@tathagata2) March 6, 2018
गौरतलब है कि त्रिपुरा में 25 साल बाद लेफ्ट को मात देते हुए बीजेपी ने पहली बार सत्ता हासिल की है। त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कुल 35 सीटें हासिल की हैं। वहीं उसके सहयोगी दल आईपीएफटी के साथ राज्य की कुल 43 सीट पर कब्जा किया है।