अल्मोड़ा: निकाय चुनाव देरी को लेकर राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा ने प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा पहले से ही लग रही थी कि सरकार अपने प्रशासकों को नियुक्त कर निकाय चुनाव को समय पर नहीं कराना चाहती थी, जिसका नतीजा भी सबके सामने है
उन्होंने कहा कि चुनाव देरी से हों इसके लिए सरकार ने जानबूझकर बिना किसी सोच और तैयारी के नगर निकायों का परीसीमन किया। इसका नतीजा यह रहा कि लोगों को सरकार के खिलाफ कोर्ट तक जाना पड़ा। उन्हांेने कहा कि हद तो तब हो गयी, जब प्रदेश सरकार और निर्वाचन आयोग दोनांे आपस में भिड़ गए। प्रदीप टम्टा ने कहा कि प्रदेश की जनता सरकार के कार्य से असंतुष्ट है। आरोप लगाया कि सराकर चुनाव को लेकर बहाने बना रही है।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व जागेश्वर विधायक गोविन्द सिंह कुजंवाल ने भी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि चुनाव को टालने के लिए ही सरकार ने नगर पालिका परीसीमन को गलत तरीके से किया। जिससे विवाद पैदा कर चुनाव में देरी हो सके। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा साफ नहीं है। इसके चलते ही लगातार निकास चुनाव को लटकाने को लेकर बहाने बना रही है। साथ ही कहा कि कांग्रेस निकाय चुनाव को लेकर पूरी तरह तैयार है। जनता इस बार भाजपा को करारा जवाब देगी।