हरिद्वार: जम्मू के सुंजवान में फिदायीन हमले में शहीद हुए राकेश रतूड़ी को आज हरिद्वार में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। हरिद्वार में उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
इससे पहले देहरादून में उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। इस दौरान हवलदार राकेश के बड़ोवाला स्थित आवास पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने शहीद राकेश सिंह की शहादत को सलाम करते हुए परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा भी की। इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री धन सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, विधायक गणेश जोशी, विनोद चमोली, सहदेव सिंह पुण्डीर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने भी शहीद राकेश चन्द्र रतूड़ी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
शहीद राकेश रतूड़ी मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के पाबौ ब्लॉक के सांकरसैंण गांव के रहने वाले थे और एक वर्ष पहले ही उन्होंने देहरादून के प्रेमनगर बड़ोंवाला में मकान बनाया था। शहीद अपने पीछे पत्नी नंदा देवी और दो बच्चों 17 वर्षीय बेटा नितिन व 19 वर्षीय बेटी किरण को छोड़ गए हैं।
शहीद राकेश 1996 में फौज में भर्ती हुए थे। वह 2013 तक एनएसजी में रहे। इसके बाद राष्ट्रीय राइफल का हिस्सा बने। सेना में एक साल की सेवा और करने के बाद उन्हें 2019 सेवानिवृत होना था।