स्टॉकहोम: भौतिकी के क्षेत्र में वर्ष 2018 के लिए तीन वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। ‘रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज’ ने लेजर फिजिक्स पर खोज के लिए अमेरिका के आर्थर एश्किन, फ्रांस के गेरार्ड मोरो और कनाडा की डोना स्ट्रिकलैंड के नामों का ऐलान किया है। इन तीनों वैज्ञानिकों को 90 लाख स्वीडिश क्रोनर यानि करीब 7.35 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
वहीं 96 साल के एश्किन को ऑप्टिकल ट्वीजर्स पर रिसर्च के लिए नोबेल की कुल इनामी राशी की आधी राशि प्रदान की जाएगी। इसी के साथ ही वे नोबेल पुरस्कार पाने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति भी हैं। उनसे पहले 2007 में 89 साल की उम्र में हरविज सबसे उम्रदराज नोबेल विजेता थे। एश्किन ने लेजर बीम के जरिए पार्टिकल्स, परमाणु, वायरस और कोशिकाओं को पकड़ने वाली तकनीक की खोज की।
इसके आलावा दो अन्य विजेताओं को बाकी बची इनामी राशि को साझा करना होगा। मोरो और स्ट्रिकलैंड को यह अवॉर्ड सबसे छोटी और तीव्र लेजर तरंगों की खोज के लिए मिला। उनकी इस तकनीक का इस्तेमाल आंखों की सर्जरी के लिए किया जा रहा है।
BREAKING NEWS⁰The Royal Swedish Academy of Sciences has decided to award the #NobelPrize in Physics 2018 “for groundbreaking inventions in the field of laser physics” with one half to Arthur Ashkin and the other half jointly to Gérard Mourou and Donna Strickland. pic.twitter.com/PK08SnUslK
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 2, 2018