रुद्रप्रयाग: जिला चिकित्सालय में तैनात महिला चिकित्सक डॉक्टर अर्चना वर्मा पर दर्ज हुई एफआईआर के विरोध में जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने चार घण्टे ओपीडी का बहिष्कार किया। इस दौरान चिकित्सकों ने मरीजों की सुविधा को लेकर आकस्मिक सेवाओं को सुचारु रखा।
बता दें कि, बीते चार जुलाई को प्रसव के दौरान महिला आशा देवी की मृत्यु को लेकर बैठी मजिस्ट्रेट जांच के बाद महिला चिकित्साधिकारी को दोषी पाते हुए एफआईआर दर्ज की गयी थी। जिसको चिकित्सकों ने एकतरफा कार्यवाही बताते हुए अनावश्यक परेशान करने वाला बताया। चिकित्सकों का कहना था कि, पहले विभागीय व उच्च स्तरीय जांच पूरी की जानी चाहिए और फिर दोष साबित होने के बाद ही आगे की आवश्यक कार्यवाही की जानी चाहिए। चिकित्सकों ने बताया कि देहरादून में चिकित्सा अधिकारी संगठन की आवश्यक बैठक बुलाई गयी है, जिसमें संगठन की आगे की कार्यवाही पर निर्णय लिया जायेगा। वहीं कार्य बहिष्कार के दौरान चिकित्सकों द्वारा आकस्मिक सेवाओं को बहिष्कार से दूर रखा गया।