नई दिल्ली: देहरादून के पास यमुना पर बहुउद्देश्यीय लखवाड़ परियोजना के निर्माण के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये। इस परियोजना से 300 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा, 33,780 हेक्टेयर भूमि के लिए सिंचाई की व्यवस्था होगी और 78.83 एमसीएम पानी उपलब्ध होगा। समझौता पत्र पर हस्ताक्षर होने के बाद जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी देते हुए बताया कि लखवाड़ परियोजना छह राज्यों के बीच शुरू हो रही है और पानी के संदर्भ में इन राज्यों के लिये यह काफी उपयोगी है। उन्होंने बताया कि जब जनवरी से मई महीने में दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में पानी की कमी की समस्या रहती है, ऐसे समय में इस परियोजना से पानी की दिक्कत को दूर करने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, परियोजना का खर्च 90 फीसद केंद्र सरकार देगी और 10 फीसद राशि छह राज्य देंगे। पिछली सरकार योजना पर सहमति नहीं बना पाई थी, इसलिए यह योजना पूरी नहीं हुई थी। पांच राज्यों में जब पीने के पानी की किल्लत दूर होगी तो इस बांध का महत्व बढ़ जाएगा। इससे दिल्ली में भी पानी की किल्लत दूर होगी। हरियाणा व राजस्थान को भी गर्मी के मौसम में पीने का पानी मिल सकेगा। गंगा ट्रिब्यूट क्लीन के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही ये सभी प्रोजेक्ट पूरे कर लिए जाएंगे। होंगे।