रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम के कपाट खुलनें की तिथि नजदीक आते ही केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यों में भी तेजी आने लगी है। धाम में पीएम मोदी द्वारा किये गये शिलान्यासों के प्रथम चरण के कार्य पूरा कर दूसरे चरण के कार्य शुरु हो गये। मगर धाम में पत्थर के कारीगरों की कमी होने लगी है। धाम में संगम से मुख्य चबूतरे तक पहाडी शैली के तराशे गये 40 हजार पत्थर बिछाये जाने हैं जिन्हें तराशने के लिए कारीगर राजस्थान हिमांचल व उत्तराखण्ड से बुलाये गये। मगर समय कम होने के कारण कारीगरों की संख्या कम पडती जा रही है। जिसको देखते हुए अब जिलाधिकारी मंगेश धिल्डियाल ने पूरे देशभर के कारीगरों से केदारनाथ धाम में पहुंचकर पत्थरों को तराशने की अपील की। जिसके लिए कारीगरों को उचित मानदेय व रहने खाने सोने व कपडों की व्यवस्थाएं जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी। उन्होंने जनपद व राज्य के कारीगरों से भी अपील की है कि वे रोजगार को लेकर यहां आयें और उनकी हर सुविधा का ख्याल प्रशासन द्वारा रखा जायेगा। बता दें कि 29 अप्रैल को भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने हैं और ऐसे में धाम में कपाट खुलने से पूर्व प्रशासन मुख्य कार्यों को पूर्ण करने के लिए दिन रात जुटा हुआ है।