मुंबई: उद्दव ठाकरे कांग्रेस और एनसीपी के सहयोग से मुख्यमंत्री तो बन गए हैं। लेकिन उनकी सरकार के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह बढ़ता जा रहा है। हाल ही में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने उद्धव सर्कार के एक फैसले की खुली आलोचना करके उद्धव ठाकरे की भद् पिटवा दी है। महाराष्ट्र के सीएम ने भीमा-कोरेगांव केस की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी हैं। हालांकि उनके ही गृहमंत्री ने अनिल देशमुख ने इसके उलटा फैसला लिया था। लेकिन मुख्यमंत्री ने एनसीपी के कोटे से बने अपने ही गृहमंत्री के फैसले को बदल दिया। अनिल देशमुख ने नाराजगी जाहिर करते हुए गुरुवार को साफ शब्दों में बताया कि मुख्यमंत्री ने भीमा कोरेगांव मामले में उनके फैसले को बदल दिया है।
दो साल भीमा कोरेगाव मामले में पहले दलित समुदाय के एक कार्यक्रम में हिंसा भड़क गई थी। जिसमें एक शख्स की मौत हो गई थी।
अपनी पार्टी के गृहमंत्री अनिल देशमुख के फैसले को बदलने से एनसीपी प्रमुख शरद पवार बेहद नाराज हुए। उन्होंने कोल्हापुर में साफ शब्दों में सीएम ठाकरे की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ‘मामले की जांच एनआईए को सौंपकर केंद्र सरकार ने ठीक नहीं किया और इससे भी ज्यादा गलत बात यह हुई कि राज्य सरकार ने इसका समर्थन किया।