देहरादून: पीएम नरेंद्र मोदी के नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में उत्तराखंड के भी 11 छात्र शामिल हुए। इस दौरान छात्रों के सभी सवालों का जवाब पीएम मोदी ने बखूबी से दिया। इस दौरान परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम को विडिओ कांफ्रेसिंग के माध्यम से देश भर के स्कूलों के छात्रों को जोड़ा गया। इस देहरादून के आईटीबीपी केंद्रीय विद्यालय में भी छत्रों को पीएम मोदी के परीक्षा में चर्चा कार्यक्रम से रूबरू करवाया गया।
जिसके बाद स्कूल के प्राचार्य संजय कुमार ने हैलो उत्तराखंड से बातचीत कर बताया कि बोर्ड परीक्षाओं के समय अक्सर देखा जाता है कि छात्र पढाई को लेकर घबरा जाते हैं। और छात्रों के अभिभावक परीक्षा के समय उनपर हर तरह की पाबन्दी लगते हैं। जिस वजह से छात्र पढाई में ध्यान केन्द्रित नही कर पता है। इसलिए उनकी सभी अभिभावकों से गुज़ारिश है कि वो परीक्षा के समय छात्रों को पढाई के साथ ही साथ उनके शारीरिक विकास का भी ध्यान रखें। ताकि छात्र मानसिक रूप से तनाव महसूस न करें। इसके साथ ही प्राचार्य ने बताया कि प्रधानमंत्री जिस तरह से छात्रों को समय समय पर संबोधित करते हैं उससे छात्रों भी मनोबल बढ़ता है, और वो एक सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते हैं।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने आज के इस ख़ास कार्यक्रम में अभिभावकों से एक अपील भी की परीक्षा में अंक को महत्वपूर्ण पड़ाव मानना चाहिए, लेकिन इसे ही सब कुछ नहीं मानना चाहिए। उन्होंने माता पिता से निवेदन किया कि बच्चों को ‘ये नहीं तो कुछ नहीं’ का गुण न सिखाएं। किसी विषय में ‘सफलता नहीं पाई तो जीवन में कुछ नहीं पाया’ ऐसी सोच न बनाएं। उन पर किसी भी टारगेट को पाने के लिए दबाव न बनाएं। बच्चों को उनकी पसंद के हिसाब से जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें। देश में बहुत सारे फील्ड हैं। उनमें आप अच्छा प्रयोग कर सकते हैं। जीवन में परीक्षा का महत्व है, लेकिन परीक्षा ही जिंदगी है ऐसा नहीं समझना चाहिए।