हरिद्वार: हरिद्वार में दुकानों की बंदरबांट में घोटालों की नजर लग गयी है। आरोप है कि दुकानों के बंटवारे में करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया है। बीजेपी नेता कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने आरोप लगाया है कि करोड़ों रूपए की लागत से बनी दुकानों को जिला पंचायत अध्यक्ष ने अपनी मन-मानी कर फर्जी तरीके से नीलाम कर दी है।गौरतलब है कि 4 दिसम्बर को हरिद्वार जिलाधिकारी ने जिला पंचायत हरिद्वार सविता चौधरी के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार से निलंबित कर त्रि सदस्यीय समिति का गठन किया जिसमे देवयानी, सत्तार और अमीलाल सिंह शामिल है।
त्रि सदस्यीय समिति का कहना है कि जिला पंचायत अध्यक्ष ने अपने रिश्तेदारों, सम्बन्धियों, नौकरों, बिजनेस पार्टनरों और एक ही परिवार के एक से अधिक सदस्यों के नाम पर 14 दुकानें भूतल और 55 दुकानें प्रथम तल की फर्जी तरीके से नीलाम कर दी गयी है। नीलाम की गयी भूतल की 14 दुकानों से 42 लाख 98 हजार और प्रथम तल की 55 दुकानों से 63 लाख 95 हजार प्रीमियम सालाना दर्शाया गया है, जबकि निर्माण लागत प्राप्त प्रीमियम से लगभग दुगनी है। साथ ही समिति का कहना है कि फर्जीवाड़ा और अनियमितता कर जिला पंचायत को लगभग 11 करोड़ रुपए का वित्तीय नुकसान पहुंचाया गया है।
कार्य संचालक समिति के सदस्य सत्तार ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि घोटाले करने में जिला पंचायत अध्यक्ष को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का पूरा सहयोग मिला। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि देश के किसी भी जिला पंचायत में इतना बड़ा घोटाला आज से पहले कभी नहीं हुआ।