देहरादून: पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भंग किये जाने पर टिप्पणी करते हुये सभी पूर्व पदाधिकारियों की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस 2016 में जिस कठिन दौर से गुज़र रही थी। भाजपा, प्रधानमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जब कांग्रेस सरकार का क़त्ल करने के लिये राफ़ेल से लेकर छुरी, तलवार और कुल्हाडी लेकर दौड़ रहे थे, कांग्रेसजनों ने “लोकतंत्र बचाओ” का संदेश उत्तराखंड के जन-जन तक पहुँचाया। सड़क से विधान सभा तक संग्राम जीतने का कार्य किया। 11 मन्त्रियों, विधायकों द्वारा पार्टी तोड़ने के बावजूद कोई कांग्रेस परिवार का सदस्य उनके साथ नहीं गया। पंचायतों के चुनाव जीते, उप चुनाव जीते। 50 दिन में खुद के संसाधनों से 600 से अधिक लोकतंत्र बचाओ के कार्यक्रम किये।
जब दिल्ली में 2014 के लोक सभा चुनाव के बाद कोई सरकार के ख़िलाफ़ आवाज़ नहीं उठा रहा था, उत्तराखंड के कांग्रेसजनों ने जंतर-मंतर पर बड़े “ध्यानाकर्षण धरने” का आयोजन किया, गांधी जी की अवधारणा के अनुरूप ग्रामीण कांग्रेस का गठन किया। शायद ही कोई दिन रहा हो जब कांग्रेसजन चुप बैठे रहे हों।
उन्होंने कहा मैं उन सभी साथियों का ऋण मैं कई जन्मों तक नहीं उतार सकता, जिन्होंने संसाधन विहीन प्रदेश कांग्रेस का हर कार्यक्रम सफल किया। वैसे तो प्रदेश अध्यक्ष के हटाये जाने के साथ ही कमेटी भंग हो जाती है, लेकिन प्रीतम सिंह ने आज तक उनसे काम लिया, मैं उनका भी धन्यवाद करता हूँ। वैसे कांग्रेस में कमेटी को भंग करने की परम्परा नहीं रही है। नई कमेटी की घोषणा से स्वतः पूर्व कमेटी भंग हो जाती है, उस प्रक्रिया में कोई आहत महसूस नहीं करता है। मैं पुन: उन सभी साथियों का अंतर्मन से पुन: आभार व्यक्त करता हूँ, जिन्होंने कठिन समय में मेरा साथ दिया।