रानीखेत: पिछले दिनों रानीखेत में हुआ किडनी प्रकरण थमने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल, यहां एक निजी अस्पताल के डॉक्टर पर धोखे से किडनी निकालने का आरोप लगा है। वहीं मामले को लेकर स्थानीय जनता भी डॉक्टर के समर्थन में उतर चुकी हैं। साथ ही उन्होंने मामले की जांच में हो रही देरी को लेकर भी गुस्सा जाहिर किया है।
इसी कड़ी में गुरूवार को मामले में नगर व क्षेत्र की अनेकों महिलाओं ने ब्लॉक प्रमुख रचना रावत के नेतृत्व में मौन जुलूस निकाला। इस दौरान उन्होंने एसडीएम कोर्ट पंहुच सीएम व राज्यपाल के लिये एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इससे पूर्व सभी महिलाओं ने नगर के एक होटल के सभागार में बड़ी सभा भी आयोजित की, जिसमें सभी मौजूद लोगों ने एक मत होकर डा. ओपीएल श्रीवास्तव और डा. रेनू श्रीवास्तव के पक्ष में अपना विश्वास और समर्थन प्रकट किया। इसके अलावा उन्होंने प्रशासन से मामले को लेकर जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच करने की मांग की। साथ ही उन्होंने डॉक्टरों पर आरोप लगाने वालों पर कार्यवाही करने की भी मांग की।
मालूम हो कि बीते दिनों नगर के एक प्रतिष्ठित अस्पताल में नैणी गाव निवासी महिला मरीज की किडनी निकाले जाने का आरोप लगाया गया था। मामला तूल पकड़ने पर अस्पताल के संचालक चिकित्सक दंपति ने प्रेसवार्ता बुला कर महिला की मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक की थी। डॉक्टर दंपति ने तर्क दिया था कि महिला रोगी की किडनी में ट्यूमर था। कैंसर फैलने की आशका थी इसलिए उसके परिजनों को बता दिया गया था। बावजूद इसके मामले में उनको बदनाम किया गया।