रानीखेत: रानीखेत के निजी एम.एन. अस्पताल पर किडनी निकाले जाने के आरोप में यूकेडी के कुछ लोगों द्वारा प्रदर्शन किया गया था। आज क्षेत्र के लोगों ने बैठक कर डॉक्टर को बदनाम करने व उनका उत्पीड़न करने की घोर निंदा की। प्रदर्शन कर रहे लोगों का हुजूम बारिश के बावजूद मुख्य बाजार से होते हुए संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय तक पहुंचा। इस दौरान उन्होंने संयुक्त मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि कुछ लोग अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए अर्नगल बयानबजी कर रहे हैं। वहीं संयुक्त मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना ने लोगों से गलत अफवाहें न फैलाने की अपाल की है। साथ ही उन्होंने कहा कि फिलहाल पूरे मामले की जांच चल रही है। जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
मालूम हो कि बीते दिनों नगर के एक प्रतिष्ठित अस्पताल में नैणी गाव निवासी महिला मरीज की किडनी निकाले जाने का आरोप लगाया गया था। मामला तूल पकड़ने पर अस्पताल के संचालक चिकित्सक दंपति ने प्रेसवार्ता बुला कर महिला की मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक की थी। डॉक्टर दंपति ने तर्क दिया था कि महिला रोगी की किडनी में ट्यूमर था। कैंसर फैलने की आशका थी इसलिए उसके परिजनों को बता दिया गया था। बावजूद इसके मामले में उनको बदनाम किया गया।