देहरादून: भाजपा के किच्छा विधायक राजेश शुक्ला ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र भेजकर उधम सिंह नगर के ज़िलाधिकारी नीरज खैरवाल के विरूद्ध संविधान सम्मत कार्यवाही करने की मांग की है।
किच्छा विधायक राजेश शुक्ला का कहना है कि कुछ दिन पहले उधम सिंह नगर जिले की खनन न्यास समिति की बैठक में जब उनके द्वारा उधम सिंह नगर जिलाधिकारी नीरज खैरवाल से विकास कार्यो की जानकारी मांगी गई, तब जिलाधिकारी ने उन्हें अपमानित किया और याददाश्त कमजोर होने की बात कही, जिस पर राजेश शुक्ला ने नाराजगी जताते हुए बैठक से वाकआउट किया।
विधानसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में राजेश शुक्ला ने लिखा है कि दिनांक 7-7-2020 को जिला कलेक्ट्रेट के सभागार मे दोपहर 2.00 बजे से मंत्री (प्रभारी मंत्री जिला उधमसिंहनगर) मदन कौशिक की अध्यक्षता में खनन न्यास समिति की बैठक चल रही थी जिसमे जिले के अधिकारी, विधायक गणो व मेयर तथा भाजपा के किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा जिलाध्यक्ष उधमसिंहनगर व अन्य कार्यकर्ताओं के साथ जिले के कर्मचारी उपस्थित थे। बैठक मे मेरे द्वारा खनन न्यास व आपदा मद से किच्छा क्षेत्र मे किये गये विकास कार्यो की जानकारी जब जिलाधिकारी नीरज खैरवाल से मांगी गई तो उन्होने मुझे अपमानित करते हुए कहा कि किच्छा क्षेत्र में देवीय आपदा मद एंव खनन न्यास से कई कार्य किये गये है, लेकिन विधायक जी की यादाश्त कमजोर है, इसलिए इन्हे याद नही आ रहा है। मैने कहा कि यदि कार्य हुआ है तो सार्वजनिक करिए कि कौन सा कार्य किस मद से हुआ है, तो उन्होने जबाब नही दिया और सार्वजनिक रूप से मेरी खिल्ली उडाई। मै उत्तराखण्ड की विधानसभा का निर्वाचित सदस्य हूँ तथा यह मेरा विशेषाधिकार है कि मै सार्वजनिक/सरकारी बैठक मे जिलाधिकारी से सूचना मांग सकता हूँ, तथा मुझे सूचना देने या उत्तर देने की बजाए जिलाधिकारी सार्वजनिक रूप से यह कहें कि विधायक की यादाश्त कमजोर है तथा मॉगने पर सूचना भी न दी। यह न केवल मेरा अपमान है, बल्कि यह मेरे विशेषाधिकार का हनन है, जो एक विधानसभा के सदस्य के नाते मुझमे निहित हैं। अत: इस सूचना का संज्ञान लेकर मेरा विशेषाधिकार हनन करने वाले एंव मेरा सार्वजनिक रूप से अपमान करने वाले जिलाधिकारी उधमसिंहनगर नीरज खैरवाल के विरूद्ध संविधान सम्मत कार्यवाही करने की कृपा करें।