अल्मोड़ा: भैसियाछाना ब्लाक के पूनाकोट गांव में बुधवार रात हुई बुर्जुग की हत्या के मामले में अभी भी हत्यारें राजस्व पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। शुक्रवार को अल्मोड़ा में मृतक का पोस्टमार्टम कर शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। वहीं ग्रामीणों ने अभी तक हत्यारों को न पकड़े जाने पर रोष व्यक्त किया। हत्या की इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
ग्रामीणों का कहना है कि, हत्यारों को पकड़ने में पुलिस का ढूलमूल रवैया रहा है। वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना है कि, हत्यारे को विगत दिन बाड़ेछीना में खुल आम घूमते देखा है और वो बेखौफ घूम रहे है, लेकिन राजस्व पुलिस कागजी कर्रवाई में लगी है। ग्रामीणों ने हत्यारोपियों को तुरंत पकड़ने की मांग करते हुए कहा कि, जल्द हत्यारोपियों को नहीं पकड़ा गया तो ग्रामीण आंदोलन करने को बाध्य होंगें। बता दें कि, बुधवार की रात 61 वर्षीय नैनीबारकोट निवासी दीवान सिंह नेगी पुत्र स्व. सोबन सिंह नेगी पेटशाल से अपने घर नैनीबाराकोट को लौट रहे थे कि रास्ते में उन्हें देर हो गई रात अधिक हो जाने का कारण वह अपने परिचित गोविंद सिंह की दुकान में रूक गए। दोनों लोग दुकान के ही उपर कमरे में सोये थे कि लगभग रात्री 10 बजे बिंतोला निवासी रवि मेहता अपने दो अन्य साथियों के साथ गोविंद सिंह की दुकान पर पहॅुच गये। किसी बात को लेकर रवि मेहता तथा दीवान सिंह के बीच झडप हो गयी। झड़प इतनी बढ़ गई कि, रवि मेहता तथा उसके दो अन्य साथियों ने मिल कर बुर्जुग दीवान सिंह की लाठी डंडों से पीट पीट कर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद तीनों आरोपी मौके से फरार हो गये।
पेटशाल की राजस्व उपनिरीक्षक मैसरजहां ने बताया कि, मृतक का पंचनामा भर पोर्स्टमाटम कर शव को परिजनों को सौपा दिया है। इस मामले में धारा 302 के तहत बिन्तोला के रवि मेहता और दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। हत्यारोपियों को पकड़ने की कर्रवाई की जा रही है।