बागेश्वर: जिले के कांडा तहसील में हो रहे खड़िया-खनन से ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि मानकों के विपरीत हो रहे खनन से उनके घरों में दरारें एवं मकानों को खतरा पैदा हो गया हैं। गांव के पेयजल सूखने लगे हैं।बागेश्वर के कांडा तहसील के अंतर्गत ढप्टी गांव के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुये आज जिला मुख्यालय में जमकर नारेबाजी करते हुये प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि एक खड़ियाखनन कारोबारी द्वारा उनके गांव में मानकों के विपरीत खनन किया जा रहा है। खनन के कारण उनके गांव की जमीन जगह जगह धसने लगी है। जिसका सीधा असर गांव के प्राकृतिक जल स्रोतों पर पड़ रहा है। स्रोतों से पानी रिसने के कारण नौले सूखने लगे हैं। खनन से जगह जगह लोगों के मकानों को भी खतरा पैदा हो गया। ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुये आरोप लगाया कि तहसील स्तर के अधिकारी ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहे जिससे उनकी समस्या बढ़ते जा रहा है। ग्रामीणों ने तहसील स्तर के अधिकारियों पर भी खनन कारोबारी को शह देने का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने मांग पर डीएम ने उपजिलाधिकारी को जांच सौंप दी है। डीएम ने बताया कि जांच के बाद यदि ग्रामीणों की शिकायत सही पायी गयी तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी।