रुद्रप्रयाग: मिनी इंडस्ट्रीयल ऐरिया के व्यवसायिक भू-खण्डों पर आवासीय भवन बनाने की खबर पर डीएम ने संज्ञान लिया है। डीएम ने औद्यौगिक भूखण्डों पर भवन निर्माण को गम्भीर मामला बताया और महाप्रबन्धक उद्योग को मामले की जांच करते हुए उद्योग नीति के प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। पिछले दिनों हमने भटवाडीसैण इंडस्ट्रीयल ऐरिया में अधिकारियों की मिलीभगत से भूखण्डों पर आवासीय भवन निर्माण की खबर प्रकाशित की थी। जिसमें हमने बताया था कि यहां आवंटित 40 व्यवसायिक प्लाटों में से चार प्लाटों पर एक उद्यमी द्वारा आवासीय कोठी खडी कर दी गयी है और और अन्य दो औद्यौगिक इकाइयों के स्वामियों द्वारा भी छतों पर आवासीय भवन बना दिये गये हैं।
मामले में डीएम ने कडा रुख अपनाया है और डीएम के आदेशों पर तीन इकाइयों को नोटिस भी जारी कर दिये गये हैं। साथ ही डीएम ने कहा कि अभी तक यहां आवंटित भूखण्डों में सभी इकाइयों द्वारा उद्योग स्थापित नहीं किये गये हैं, जबकि भूखण्ड आवंटन को काफी लम्बा समय बीत चुका है। कहा कि दो वर्ष से अधिक समय गुजरने के बाद भी जिन इकाइयों द्वारा उद्योग शुरु नहीं किया गया है। ऐसे भूखण्ड स्वामियों का भी चिन्हीकरण किया जाय व शीघ्र ही उन्हें उद्योग स्थापित करने के लिए कहा जाय, जिससे जिले में उद्योगों का ग्राफ बढ सके अन्यथा ऐसे भूखण्डों को खाली करवाकर वास्तविक लाभार्थियों को भूखण्ड आवंटित करने की प्रक्रिया शुरु की जाय।