पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ के डीडीहाट में जंगल माफिया संरक्षित प्रजाति के चीड़ के पेड़ों को काटने की फिराक में हैं। माफिया ने हरे पेड़ों को सुखाने के लिए कसरत शुरू कर दी है। स्थ्िाति यह है कि माफिया ने करीब 20-30 पेड़ों के तनों को बाहर से छिल दिया है, जिससे ये धीरे-धीरे सूखने लगेंगे। इस मामले में हैलो उत्तराखंड की खबर का केवल एक घंटे में ही बड़ा असर देखने को मिला है। खबर पब्लिश होने के लगभग एक घंटे के भीतर पथौरागढ़ डीएफओ विनद भार्गव ने वन विभाग के अधकारियों से जांच कराई। मामला वन पंचायत का होने के चलते तुरंत संबंधित वन पंचायत सरपंच तो सूचित किया गया। उन्होंने तीन लोगों को नामजद करते हुए एसडीएम से शिकायत की है।
मामला डीडीहाट पॉलीटेक्नी के पास के लोहार गांव वन पंचायत के जंगलों का है। जंगल में संरक्षित प्रजाति के चीड़ के मध्यम आकार के पेड़ों के तनों को छिल दिया गया है। ये सभी पेड़ आसपास ही हैं।
वन पंचायत राजस्व क्षेत्र के अधीन आते हैं, जिनकी देखभाल भी उन्हीं के अधीन है। मामले की जानकारी डीएफओ विनय भार्गव को लगने के बाद उन्होंने वन पंचायत के लगे क्षेत्र के वन क्ष्ेात्राधिकारी को जांच के लिए कहा। उन्होंने तत्काल जांच कर मामले से वन पंचायत को अवगत कराया, जिसके बाद वन पंचायत ने विदनो राम, कमलेश और पूरन राम नाम के तीन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
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