नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का 59 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। वह कैंसर से जूझ रहे थे और बेंगलुरु में सोमवार को आखिरी सांस ली। भाजपा नेता अनंत कुमार साल 1996 से दक्षिणी बेंगलुरु का लोकसभा में प्रतिनिधित्व करते थे। जानकारी के मुताबिक अनंत कुमार का पार्थिव शरीर बेंगलुरु के नेशनल कॉलेज में रखा जाएगा। जहां लोग उन्हें आखिरी श्रद्धांजलि दे सकेंगे। अनंत कुमार के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह समेत तमाम नेताओं ने दुख व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अनंत कुमार एक असाधारण नेता थे और वह कम उम्र में ही समाज की सेवा के लिए सार्वजनिक जीवन में आ गए थे। वह हमेशा अच्छे कार्यों के लिए याद किये जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि अनंत कुमार जी एक सक्षम प्रशासक थे, जिन्होंने कई मंत्री पदभार संभाला। वह भाजपा संगठन के लिए बहुत महत्वपूर्ण थे। खासकर कर्नाटक में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जी-जान से काम किया। वह अपने क्षेत्र में हमेशा सर्वसुलभ भी रहते थे।
अनंत कुमार लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे और उनका इलाज चल रहा था। पिछले दिनों उन्हें बेंगलुरु लाया गया था और एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। बताया जा रहा है कि उनकी तबीयत में सुधार भी हो रहा था लेकिन अचानक तबीयत फिर खराब हो गई और सोमवार को तड़के देहांत हो गया। अनंत कुमार के परिवार में उनकी पत्नी तेजस्विनी और बेटी ऐश्वर्या और विजेता हैं।
आपको बता दें कि अनंत कुमार के पास दो महत्वपूर्ण मंत्रालय थे। उनके पास साल 2014 से रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय था। साथ ही जुलाई 2016 में उन्हें संसदीय कार्यमंत्री का जिम्मा भी सौंपा गया था। अनंत कुमार का जन्म 22 जुलाई 1959 को बेंगलुरु में हुआ था। उन्होंने केएस आर्ट्स कॉलेज से बीए की पढ़ाई की थी। उसके बाद जेएसएस लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री भी हासिल की थी।