भोपाल: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने मध्य प्रदेश दौरे में भाजपा पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। चंबल संभाग में लोगों को कांग्रेस की तरफ मोड़ने की कोशिश में जुटे हुए हैं। राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार और प्रदेश में शिवराज सिंह सरकार ने लोगों को सिर्फ छलने का काम किया है। दोनों सरकारों ने लोगों को नाउम्मीद किया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह जनता उमड़ रही है, उससे एक बात तो साफ है कि इस बार लोग बदलाव की बयार साफ दिखाई दे रही है।
इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ खास उद्योगपतियों को फायदा देने के नाम पर लाखों किसानों और व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। पीएम मोदी से जुड़े खास उद्योगपतियों की तिजोरी आम लोगों के टैक्स पर भर रही है। लेकिन ये सरकार सामान्य जनता के भलाई के लिए कुछ सोच नहीं रही है। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री ने 21000 घोषणाएं की हैं, आपने मोदी जी के वादे सुने और उनकी सच्चाई भी देख ली है। इस बार कांग्रेस पार्टी का साथ दीजिए, हम मध्य प्रदेश का चेहरा बदलकर दिखा देंगे। मध्य प्रदेश की जनता के सामने भूख की समस्या है।
किसानों की समस्या है और युवाओं के रोजगार की समस्या है। चैकीदार ने देश से पैसा छीनकर अनिल अंबानी की जेब में डाला और चैकीदार ने चोरी करवा दी। नरेन्द्र मोदी जी ने एचएएल से कांट्रैक्ट छीना और अपने मित्र अनिल अंबानी जी को राफेल हवाई जहाज का कांट्रैक्ट दिया। मध्य प्रदेश कुपोषण में, महिलाओं पर अत्याचार में, किसानों की आत्महत्या, युवाओं की बेरोजगारी में पहले नंबर पर है और विकास में आखिरी नंबर पर है। पूरा देश इस बात को जानता है।
माताओं-बहनों को वो दिन याद है, जब नोटबंदी के समय आपको बैंकों के सामने कतार में में खड़ा किया था। मोदी जी ने 2 करोड़ युवाओं को हर साल रोजगार देने की बात कही थी, किसानों को सही दाम देने की बात की थी। क्या युवाओं को रोजगार मिला, जहां तक उनकी जानकारी है मध्य प्रदेश में युवा आज भी बेरोजगार हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को ग्वालियर में कहा था कि अगर कांग्रेस की सरकार में लोग भरोसा व्यक्त करते हैं तो उनका सीएम 24 में से 18 घंटे युवाओं के बारे में सोचेगा। वो मध्य प्रदेश की सूरत और सीरत दोनों बदल देंगे। शिवराज सिंह ने बड़े बड़े वादे किए थे। लेकिन दुख की बात है कि उनके वादे सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गए।