नई दिल्लीः AAP के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए अपना राजनीतिक एजेंडा बदल दिया है। अब दिल्ली में अपने सियासी किले को बचाने के लिए केजरीवाल ने कवायद तेज कर दी है। जिसके तहत उन्होंने एक अगस्त यानी आज से ही बिजली का पूरा बिल माफ करने का एलान कर दिया है। बता दें कि इससे पहले राजधानी में पानी का बिल माफ किया जा चुका है।
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा ऐलान किया है. केजरीवाल ने कहा कि अगर आप 200 यूनिट तक बिजली खर्च करते हैं तो कोई बिल देने की जरूरत नहीं है। अगर 200 यूनिट से ऊपर खर्च करते है तो उसको पहले की तरह पूरा बिल देना होगा। इस छूट से सब्सिडी पर लगभग 1800 करोड़ का खर्च आएगा, जो पहले थे। केजरीवाल ने कहा कि 2013 से पहले 200 यूनिट के लिए 900 रुपया देना पड़ता था। अब 200 यूनिट के लिए कोई पैसे नहीं देने होंगे। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बिजली कंपनियों का घाटा 17 फीसदी से घटकर 8 फीसदी पर आ गया है। साथ ही उन्होंने कहा, ‘जो जो लोग दिल्ली में बिजली की 200 यूनिट तक खपत करते हैं, उनको अपने बिजली के बिल देने की जरूरत नहीं होगी। उनके बिजली के बिल माफ होंगे। यह घोषणा इसलिए संभव हुई क्योंकि दिल्ली के लोगों एक ईमानदार सरकार को चुना। ‘ साथ ही उन्होंने कहा, ‘अगर कोई भी व्यक्ति 201 यूनिट बिजली यूज करता है तो उसे पूरे पैसे देने पड़ेंगे। ‘
गौरतलब है किइससे पहले बुधवार को दिल्ली में बिजली पर फिक्स चार्ज घटाए गए थे। दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (DERC) के चेयरमैन जस्टिस एसएस चौहान ने बताया कि 2 किलोवाट तक 20 रुपये प्रति किलोवाट शुल्क होगा जो कि अब तक 125 रुपये प्रति किलोवाट था। दूसरी तरफ 1200 यूनिट से अधिक खपत पर प्रति यूनिट शुल्क बढ़ाया गया है।अब तक यह 7.75 रुपये था जो अब 8 रुपये प्रति यूनिट किया गया है। साथ ही चौहान ने बताया कि 2 से 5 किलोवाट तक के लिए फिक्स चार्ज अब तक 140 रुपये प्रति किलोवाट था जो कि 50 रुपये प्रति किलोवाट किया गया है।अबतक 5 से 15 किलोवाट के कनेक्शन पर 175 रुपये प्रति किलोवाट शुल्क था जो कि 100 रुपये प्रति किलोवाट कर दिया गया है ।