रुद्रप्रयाग: केदारनाथ हेली सेवा देने में उत्तराखंड सरकार पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों में भारी रोष है। तीर्थ यात्रियों / ऑपरेटरों का आरोप है कि शासन द्वारा तीर्थयात्रा को प्रशासनिक यात्रा बनाया जा रहा है। यूकाडा और प्रशासन मिल कर उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं। टिकट होने के बावजूद वह यात्रा नही कर पा रहे हैं।
दरअसल धाम के लिए हेलीकॉप्टरों की कम उड़ाने होने के चलते यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की गई, लेकिन यहां भी यात्रियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। प्रतिदिन बड़ी तादाद में प्रशासन द्वारा यात्री धाम की यात्रा के लिए आ रहे हैं। जिसके लिए शासन द्वारा हेलिसेवा संचालन करने वाले संचालक पर दबाव बनाया जाता है कि वह उनके द्वारा भेजे गए यात्रियों को उड़ान भरने दे। इससे पहले से तीर्थ यात्रा के लिए पहुँचे श्रद्धलुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
हेलिसेवा संचालक ने हेलो उत्तराखंड की टीम से बात करते हुए अपनी समस्याओं को साजा किया है। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 25 से 30 यात्री प्रशासन द्वारा भेजे जाते हैं। करीब आधे दिन प्रशासन और यूकाडा द्वारा भेजे गए यात्री ही उड़ान भरते हैं। जिस कारण जिन यात्रियों का जो समय होता है। उनको काफी देर में उड़ान मिलती है। जिससे संचालक और यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तीर्थ यात्रा पर आने के लिए लोग लंबी तैयारी करते है, टिकट लेते हैं उसी प्रकार अपना यात्रा का कार्यक्रम तय करते हैं। लेकिन प्रशासन और यूकाडा की वजह से उनका पूरा कार्यक्रम अस्त-व्यस्त हो जाता है।