देहरादून: केदारनाथ यात्रा के लिए हवाई सेवाओं में टेंडर प्रक्रिया से लेकर सेवाओं के दौरान और अब यात्रा के अंतिम चरण पर होने के बाद भी कई विवाद जुड़ते ही जा रहे हैं। हवाई सेवाओं की प्रक्रिया में विभाग पर कई सवाल खड़े हुए। समय-समय पर नियमों की धज्जियां उड़ाने के चलते विभाग के साथ ही सरकार की भी जमकर किरकिरी हुई। बावजूद इसके विभाग ने कोई सबब नहीं लिया। जबकि मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा, लेकिन फिर भी विभाग बाज नहीं आया।
ताजे मामले में अब हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है। न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह की एकलपीठ ने इस पर सरकार से दो हफ्ते में जवाब दाखिल करने के आदेश दिए हैं। ताजे मामले के अनुसार, युकाडा ने बिना टेंडर की शर्तों को पूरा करे और बिना किसी विज्ञप्ति के ही एक कम्पनी को उड़ान की अनुमति दे दी थी।