रुद्रप्रयाग: केदारनाथ हेली सेवा टिकटों को लेकर यात्रियों में भारी रोष है। हेलिसेवा के नाम पर हो रही धांधली में यूकाडा और हेली कंपनियों के साथ अब गढ़वाल विकास निगम का नाम भी जुड़ गया है। निगम पर एजेंटो के साथ मिलकर हेली टिकटें ब्लैक करने की जानकारी प्राप्त हुई है। जिस पर हेलो उत्तराखंड की टीम ने मामले की गम्भीरता को समझते हुए सच्चाई की तह तक जाना चाहा तो कई हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं।
दरअसल हैलो उत्तराखंड की टीम को केदारनाथ हेली टिकटिंग का विग्यापन प्राप्त जिसपर लिखा था कि हेलिसेवा के लिए सम्पर्क करें। उक्त नम्बर पर टीम ने स्वयं यात्री बनकर बात की तो पता चला कि नम्बर दिल्ली के एक एजेंट का का है जो केदारनाथ हेलिसेवा के लिए दोगुनी कीमत से ज्यादा रकम पर टिकट प्रदान कराता है। हमारी टीम ने यात्री बनकर एजेंट से बात की जिसमे हम ने उनसे केदारनाथ यात्रा के लिए 8 टिकट मांगी। तो जवाब मिला कि टिकट मिलना बहुत मुश्किल है लेकिन कुछ प्रीमियम जोड़ के मिल जाएगी। बस आपको हमे डिटेल बतानी होगी और 11000 रुपए प्रति टिकट के हिसाब से 88000 रुपए हमारे एकाउंट में ट्रांसफर करने होंगे और अपना एकाउंट नम्बर प्रदान कराया।
बता दें कि यात्रा का शुल्क महज 4600 के आस पास है। हमने जब उससे सवाल किया कि हम ऐसे कैसे यकीन करें कि हो जाएगा? इस पर उसने हमें साक्ष्य के तौर पर एक टिकट एक टिकट जो क्रेस्टल हेली कंपनी का बोर्डिंग कार्ड जो कि 2 जून यानी कल का टिकट साक्षी के तोर पर भेज दिया साथ ही कुछ और डिटेल्स भेज दी जो आने वाले दिनों की टिकट्स का ब्यौरा भेजा। हैरान करने वाली बात यह थी कि यह बोर्डिंग् कार्ड गढ़वाल विकास निगम ने इशू किया था। जो किसी को ऐसे प्राप्त नही हो सकती है। क्योंकि गढ़वाल मंडल विकास निगम ने हेली सेवा की ऑनलाइन बुकिंग शुरू की गई। जिसमे हेरिटेज और क्रिस्टल एविएशन कंपनियों को ही शामिल किया गया है। इसकी बुकिंग सिर्फ गढ़वाल मंडल विकास निगम के द्वारा ही कि जा सकती है।
इसकी पुष्टि के लिए हमारी टीम ने क्रेस्टल एविएशन में जब यह जानकारी लेनी चाही तो क्रेस्टल एविएशन की तरफ से यह जवाब मिला कि सारे टिकट जीएमवीएन ही इशू करता है। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब जीएमवीएन की आज्ञा के बिना कोई टिकट बुक नहीं हो सकता तो वह टिकट कैसे बुक हो गया है। कही ऐसा तो नहीं जीएमवीएन एजेंटो के द्वारा खुद ही तय कीमत से दोगुना रकम में टिकटों की बाजारी तो नही कर रहा है???
इसके बाद जब हमने गढ़वाल कमिश्नर की बीवीआरसी पुरुषोत्तम को मामले पूरी जानकारी प्रदान कराई तो उनका कहना था कि आप पूरा घटनाक्रम और साक्ष्य प्रदान कराए। यदि ऐसा हो रहा है तो यह एक गम्भीर बात है। मामले पर उचित कार्यवाही की जाएगी।