बेंगलुरु: कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की अगुआई वाली कांग्रेस-जेडीएस सरकार का भविष्य अधर में है। गुरुवार को विधानसभा में सीएम कुमारस्वामी ने विश्वास प्रस्ताव पेश किया। विधायकों की बगावत से जूझ रही जेडीएस-कांग्रेस के लिए बहुमत हासिल करना बड़ी चुनौती है। इस बीच सदन में बागी विधायक गैरहाजिर हैं। वे अभी मुंबई के होटल में ही रुके हुए हैं। इसके अलावा एक बीएसपी विधायक एन नागेश भी सदन में नहीं पहुंचे हैं। विधानसभा में विश्वास मत पर चर्चा के दौरान हंगामा भी देखने को मिला। कांग्रेस ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है।
सीएम कुमारस्वामी ने विधानसभा में विश्वास मत पेश किया। कुमारस्वामी ने सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं सदन में इस बात पर चर्चा नहीं करना चाहता कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में क्या कहा है। मैं केवल इसलिए यहां नहीं आया हूं कि मैं गठबंधन सरकार चला सकता या नहीं। कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि बीजेपी की मदद से विधायक सुप्रीम कोर्ट गए।
सीएम ने कहा, ‘हमारे खिलाफ निराधार आरोप लगाए गए। मैं सदन में बहुमत साबित करूंगा। मेरी प्राथमिकता सीएम बने रहना या सत्ता बरकरार रखना नहीं है।’ कुमारस्वामी ने कहा कि स्पीकर की भूमिका खराब करने की कोशिश की जा रही है। हमें कर्नाटक के विकास के लिए काम करना चाहिए। सीएम ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के नेता बहुत हड़बड़ी में क्यों है, वह आज ही बहस कराने पर क्यों तुले हुए हैं?