देहरादून: टिहरी के विधानसभा क्षेत्र धनोल्टी में कांडाजाख में मुख्यमंत्री द्वारा ईकोटूरिज्म निर्माण की घोषणा की गई थी। जिसको लेकर अब शुरुआती तौर पर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके लिए संयुक्त सचिव द्वारा वन विभाग को घोषणा के क्रियान्वयन के लिए कार्यवाही सुनिश्चित कर वित्तीय एवं प्रशासकीय स्वीकृति का शासनादेश जारी करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराने के लिए निर्देशित किया गया है।
इसके अंतर्गत बाटाघाट मसराना से कांडा जाख ट्रैक रूट, दुधिण्डा जलप्रपात, पौराणिक जाख मंदिर, प्राकृतिक देवदार वन और 200 साल पुराने बांस के वृक्ष शामिल हैं। ऐसे में यह योजना धरातल पर आती है तो, इको टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में एक अच्छा कदम माना जा सकता है।
देवभूमि में ऐसे कई दृश्य नैसर्गिक छटा सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती है, लेकिन ऐसे तमाम स्थल अभी भी पर्यटकों की निगाह से दूर हैं, जो विदेशों को भी मात देते हैं। इनमे से ही कांडाजाख भी है।
वहीं अब इस दिशा में कदम बढ़ने से न सिर्फ राजस्व में इजाफा होगा, बल्कि वन एवं वन्यजीवन के साथ ही जैव विविधता के संरक्षण में आमजन की भागीदारी भी सुनिश्चित हो सकेगी। प्रकृति से बिना किसी छेड़छाड के नए स्थल विकसित होने से रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे और आर्थिकी भी संवरेगी।