पिथौरागढ़: लिपूलेख दर्रे से होने वाली कैलाश मानसरोवर यात्रा का अन्तिम जत्था आज दोपहर पिथौरागढ़ पहुंचा। यात्रा दल के यात्री अल्मोडा से होते हुये दिल्ली के लिये रवाना हुये। 18वें दल में 49 यात्री शामिल थे, जिसमें 12 महिलाओं सहित 37 पुरुष शामिल है।
8 जून से शुरु हुई इस साल की कैलाश मानसरोवर की यात्रा में 18 जत्थों में 906 यात्री कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिये चयनित हुये। जिसमें से 14 यात्री मेडिकल अनफिट होने के कारण यात्रा नहीं कर पाये। इस प्रकार इस साल 892 यात्रियों ने पवित्र कैलाश मानसरोवर की यात्रा की। जिसमें से 672 पुरुष और 220 महिलाये शामिल रही।
इस साल पहले दल को छोड़कर सभी यात्री दलों ने हैलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ और गुंजी के बीच की दूरी तय की। शिव भक्तों के उत्साह में कोई कमी नही थी। इस दौरान हर शिव भक्त कैलाश की यात्रा को लेकर उत्साहित था। भगवान भोले के बुलावे को ही सबसे बढा उपकार मान रहे इस शिव भक्तों को कहना है कि उनकी सालों की मुराद इस कैलाश यात्रा के बाद पूरी हो गई है।