“जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं‘‘ का किया जाए व्यापक प्रचार प्रसार; रेस्टोरेंट, होटल्स एवं पारिवारिक समारोह में डिस्पोजल्स को दिया जाए बढ़ावा – मुख्य सचिव ओम प्रकाश
देहरादून 28 अक्टूबर, 2020: मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बुधवार को सचिवालय में कोविड-19 की रोकथाम हेतु किये जा रहे प्रयासों के सम्बन्ध में बैठक की। कोविड-19 को जन आंदोलन बनाए जाने के लिए सूचना विभाग नोडल विभाग के रूप में कार्य कर रहा है। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि दीपावली एवं राज्य गठन सप्ताह को देखते हुए सूचना विभाग को विशेष प्रयास करने होंगे। उन्होंने सूचना विभाग को पोस्टर्स, वॉल पेंटिंग्स आदि के माध्यम से व्यापक प्रचार किए जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, 09 नवम्बर के कार्यक्रम के लिए पुलिस लाईन में आयोजित होने वाली परेड में पुलिस विभाग को पोस्टर आदि के माध्यम से प्रचार प्रसार के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के आह्वान “जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं” का व्यापक प्रचार प्रसार किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने हेतु इस प्रकार के स्लोगन हर जगह दिखाई देने चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने हेतु आमजन को जागरूक करने के लिए बच्चों की रैली आयोजित करायी जा सकती है। मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि कोरोना के इस दौर में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ पुलिस विभाग को भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। दो-तीन दिन लगातार छुट्टी होने के कारण पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग और सैनेटाईजेशन पर विशेष ध्यान दिया जाए। मास्क, सैनिटाईजर का प्रयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग पर वॉल राईटिंग का व्यापक अभियान चलाया जाए। उन्होंने पुलिस विभाग को टूरिस्ट लोकेशन्स में स्टाफ बढ़ाए जाने हेतु निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टूरिस्ट लोकेशन्स में पोस्टर्स, होर्डिंग्स आदि के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाए। रेस्टोरेंट एवं होटल्स में डिस्पोजेबल कटलेरी एवं गिलास आदि की व्यवस्था को लागू करवाया जाए। आदेशों की अवहेलना करने वालों पर पुलिस कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि पारिवारिक कार्यक्रमों में भी डिस्पोजेबल को बढ़ावा दिए जाने के प्रति आमजन को जागरूक किया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि दुकानों के गेट के बाहर ही सैनिटाईजर की व्यवस्था की जाए। उन्होंने होटल, रेस्टोरेंट व दुकानों में सीटों पर ‘‘इस सीट में न बैठें‘‘ का स्टीकर लगाये जाने को बढ़ावा दिए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एग्जोस्ट फैन (निकास पंखे) के इस्तेमाल को भी बढ़ावा दिया जाए।
मुख्य सचिव ने सभी विभागों के पोर्टल्स पर कोरोना हेतु जागरूकता के लिए स्क्रॉल चलाए जाने हेतु एनआईसी को निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों से अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पूल करने हेतु सूचना विभाग एवं अन्य विभागों से आपस में समन्वय बनाकर कोरोना के प्रति जागरूकता में प्रोएक्टिव होकर अपना योगदान देने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को सीडीओ एवं सीएमओ के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जन जागरूकता हेतु संदेश दिए जाने के निर्देश दिए। अगले कुछ दिनों में बारिश होने की संभावना है, जिसके कारण कोरोना का प्रकोप भी बढ़ने की सम्भावना है, इसे देखते हुए विशेष प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने अस्पतालों में ओपीडी की संख्या घटने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि मरीजों को बेवजह कोरोना टेस्ट किए जाने को मजबूर न किया जाए। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा शीघ्र निर्देश जारी किए जाएं।
सचिव सूचना दिलीप जावलकर ने बताया कि राज्य में जनजागरूकता अभियान के तहत प्रिंट मीडिया, इलैक्ट्रॉनिक मीडिया, आउटडोर मीडिया, सोशल मीडिया, एफएम एवं कम्यूनिटी रेडियो के माध्यम से कोविड-19 से बचाव हेतु व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया गया है। खेल विभाग द्वारा कोरोना विनर्स के लिए वॉकाथन एवं बैडमिन्टन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके साथ ही सभी जनपदों हेतु वॉकाथन एवं अन्य खेल प्रतियोगिताओं का जनपदवार कैलेण्डर जारी किया गया है। सचिव जावलकर ने बताया कि प्रदेश के सभी जनपदों में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, प्रवर्तन दलों, दुकानदारों आदि ने कोरोना के प्रति जागरूकता में अपना योगदान दिया है।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक(अपराध एवं कानून व्यवस्था) अशोक कुमार, सचिव स्वास्थ्य डॉ पंकज कुमार पांडेय, प्रबंध निदेशक उत्तराखण्ड परिवहन निगम रणवीर सिंह चौहान, एडिशनल एक्साइज कमिश्नर उदय सिंह राणा, संयुक्त निदेशक सूचना राजेश कुमार, उपनिदेशक सूचना नितिन उपाध्याय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।