देहरादून: उत्तराखंड भाजपा के सांगठनिक चुनाव जबरदस्त मोड़ पर पहुंच गए हैं। मंडल और जिलाध्यक्षों के बाद अब पूरी कवायद प्रदेश अध्यक्ष पद के चुनाव पर सिमट गई है। 30 दिसंबर तक उत्तराखंड भाजपा को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। महत्वपूर्ण बात यह कि प्रदेश अध्यक्ष की दावेदारी में सांसद, विधायक से लेकर संगठन से जुड़े पदाधिकारी और मौजूदा सरकार में मंत्री तक मैदान में खम ठोक रहे हैं।
यह लगभग तय माना जा रहा है कि संगठन के मुखिया का पद फिर कुमाऊं मंडल के हिस्से ही जाएगा। मिशन 2022 फतह करने के लिए उत्तराखंड में भाजपा संगठन की बागडोर किस दिग्गज को सौंपी जाएगी।
वैसे तो उत्तराखंड के अलग राज्य बनने से पहले ही अविभाजित उत्तर प्रदेश के इस हिस्से में भाजपा की जड़े खासी गहरी रही हैं, लेकिन पिछले साढे़ पांच सालों के दौरान पार्टी अजेय नजर आ रही है। लगातार दो लोकसभा चुनावों में पांचों सीटों पर जीत और विधानसभा चुनाव में तीन-चौथाई से ज्यादा बहुमत भाजपा के स्वर्णिम सफर को बयां करते हैं। इसके अलावा निकाय और पंचायत चुनावों में भी भाजपा का ही वर्चस्व रहा।