रानीखेत: नवरात्र का आज अष्टमी और नवमी पूजन के साथ समापन हो गया है। अष्टमी और नवमी के एक साथ पड़ने पर प्रदेशभर में मंदिरों और घरों में पूजा का दौर सुबह से ही शुरू हो गया था। रानीखेती के प्रसिद्ध झूला देवी मंदिर भक्तों का जमावड़ा लगा रहा। माता के जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
क्षेत्र की विख्यात झूला देबी मंदिर, जो घन्टी वाले मंदिर के नाम से भी जाना जाता है में भक्तांे की भीड़ रही। महिला, बच्चे और पुरुषों की लंबी-लंबी कतारें मां के दर्शनों के लिए जमा रही। महिलाओं ने विशेष रूप से माता की पूजा-अर्चना की। झूला देवी मंदिर और देवी काली के मंदिरों को लेकर सेना में भी बड़ी मान्यता है।
कहा जाता है कि जो भी सच्चे मन से मां से कुछ मांगता है। उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। मनोकामना पूरी होने के बाद हर भक्त मंदिर में आकर घंटी बांध जाता है। इसके चलते ही मंदिर में हजारों की संख्या में घंटियां बंधी हुई हैं। मान्यता है कि यंहा अर्द्ध रात्री में आज भी शेर माता के दर्शन करने आता है। जिसको कई लोग देख चुके हैं।