नई दिल्ली: अपनी ड्यूटी से एक कदम आगे बढ़कर कश्मीर के स्थानीय परिवार की मदद करने के लिए केंद्रीय पुलिस सुरक्षा बल के एक जवान की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है। एक 25 साल की महिला को बच्चे को जन्म देने के दौरान कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा और इस दौरान काफी मात्रा में उसका खून बह चुका था। इसी दौरान 53वीं बटालियन के गोहिल शैलेश ने महिला की मदद करने का फैसला किया और उसके लिए रक्तदान किया।
गुलशान की रहने वाले परिवार ने ‘सीआरपीएफ मददगार’ से मदद करने की अपील की थी। मददगार सीआरपीएफ की एक हेल्पलाइन है जो कश्मीरी लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों होने पर मदद करने के लिए चलाई जाती है। इस हेल्पलाइन का प्रबंधन सीआरपीएफ की ओर से किया जाता है। महिला को खून की कमी होने के बाद परिवार इसी हेल्पलाइन पर मदद मांगी।
सीआरपीएफ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस घटना के बारे में एक पोस्ट शेयर किया गया था। एक फोटो के साथ सीआरपीएफ के ट्वीट में लिखा था, ‘खून का रिश्ता’। ट्विटर हैंडल पर कॉन्स्टेबल और नवजात बच्चे का फोटो पोस्ट करते हुए लिखा गया, ‘उसने खून देकर एक मां, बच्चे, परिवार को बचा लिया और जीवन भर के लिए रिश्ता बना लिया।’
The relation of blood.
Constable Gohil Shailesh of #53Bn donated blood to 25 yr old lady of #Kashmir who urgently needed blood due to complications during delivery.
His blood saved a mother, a child, a family and created a bond for life. pic.twitter.com/kUM92pJQAy
— ??CRPF?? (@crpfindia) April 19, 2019
सीआरपीएफ द्वारा 16 जून, 2017 को मददगार यूनिट की स्थापना की गई थी, जिसे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा कर्तव्यों के लिए तैनात किया गया है। 24 घंटे 7 दिन चालू रहने वाली हेल्पलाइन का मकसद संकट के समय घाटी के स्थानीय निवासियों की मदद करना है। यह यूनिट परेशानी में लोगों को कई तरह की सहायता मुहैया कराती है।