देहरादून: पिथौरागढ़ में सोमवार को लगे जनता दरबार को लेकर कई लोगों ने नाराजगी जताई थी, उन्होंने आरोप लगाया था कि, जनता दरबार में उनकी समस्याओं के निराकरण को लेकर केवल आश्वासन ही दिए जाते हैं और निराकरण नहीं किया जाता है। इस पर पिथौरागढ़ जिलाधिकारी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, जनता दरबार से ज्यादातर लोग संतुष्ट हैं।
उन्होंने कहा कि, हमने प्रत्येक शिकायत के लिए एक यूनिक आईडी देने के लिए एक सॉफ्टवेयर विकसित किया है। प्रत्येक शिकायतकर्ता को अपनी शिकायत आईडी और शिकायत निवारण कक्ष के फोन नंबर के विवरण के साथ एक पावती रसीद मिलती है। ऐसे में यदि किसी की शिकायत का निवारण नहीं किया जाता है तो वह दिए गये नंबर पर कॉल कर सकता है और सूचित कर सकता है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, हमारे पास वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी एसडीएम, बीडीओ, सभी विभाग अधिकारी व कलेक्ट्रेट जुड़े हैं। ऐसे में कलेक्ट्रेट में आने वाली कोई भी शिकायत को शिकायतकर्ता संबंधित अधिकारी से सीधे डीएम की उपस्थिति में बता सकता है। उन्होंने कहा कि, ज्यादातर शिकायतों का समाधान कर दिया जाता है। हालाँकि, उनमें से कुछ वन भूमि हस्तांतरण या अदालत के मामलों या नियमों के अनुसार नहीं होने के कारण हल नहीं किए गए हैं। लेकिन अधिकांश लोग जनता दरबार से इससे खुश हैं। उन्होंने कहा कि, शुरुआत में हमें हर सोमवार को 12 से 15 शिकायतें मिलीं। इस प्रणाली के प्रभावी कामकाज के बाद, प्रत्येक सोमवार को औसतन संख्या 100 से अधिक हो गई। इसके आलावा उन्होंने कहा कि, अब मानसून के कारण हमें हर सोमवार को करीब 50 शिकायतें मिलती हैं। तो ऐसे में केवल कुछ लोगों की राय के आधार पर, सफल कार्य प्रणाली को अस्वीकार करना सही नहीं है।