पिथौरागढ़: राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा का कहना है कि, जिनके प्रति चुने हुये लोगों को संवेदनशील होना चाहिये, लेकिन जनता को लगता है कि वो उनके प्रति असंवेदनशील है तो फिर जनता सार्वजनिक स्थलों पर इस प्रकार का आक्रोश प्रकट करती है। टम्टा का ये बयान हाल में प्रदेश मे हुई घटनाओं के बाद आया है, जब जनता ने सर्वाजनिेक तौर पर अपना अक्रोश व्यक्त किया है।
प्रदीप टम्टा का ये भी कहना है कि, जब सरकारें लोगों के लिये कोई नीति बनाती है। फिर वही सरकार उस नीति का सही तरीके से अनुपालन नही करती तो इस प्रकार का व्यवहार होता है। आम लोग जब कष्ट में होते हैं, तो लोग अपने स्वभाविक आक्रोश को प्रकट करेंगे ही। लेकिन जिन पर उनके दुख दर्द को व आक्रोश को कम करने की जिम्मेदारी है, उनको संयम बरतने की जरुरत है। टम्टा का ये भी कहना है कि जन-प्रतिनिधियों को जनता के प्रति संवेदनशील होना ही होगा।