देहरादून: केंद्रीय विद्यालय आईटीबीपी सीमाद्वार में 27वीं ‘ राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस ‘ कार्यक्रमका आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के उप – कुलपति यूएस रावत ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में 34 विद्यालयों से आए सैकड़ो विद्यार्थी प्रतिभाग करेंगे। निर्णायकों द्वारा कार्यक्रम मे चुने गए 17 बाल वैज्ञानिक राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करेगे ।
विद्यालय के प्राचार्य संजय कुमार ने अपने भाषण में विभिन्न 34 विद्यालयों से आये 138 बाल वैज्ञानिकों के साथ उनके अनुदेशकों का स्वागत करते हुए मख्य अतिथि यूएस रावत की गरिमामयी उपस्थिति का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि यह न केवल विद्यालय के लिए बालवैज्ञानिकों के लिए गौरव का क्षण है । उन्होने बालवैज्ञानिकों का आहवान किया कि किसी भी वैज्ञानिक सोच को आविष्कार के रूप में । परिणित करने से पहले उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि मानवता के अभाव में विज्ञान , चरित्र के अभाव में शिक्षा , सिद्धान्तों के अभाव में राजनीति का कोई महत्व नहीं है ।
उन्होने बताया कि 27वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की मुख्य थीम , स्वच्छ , हरित व स्वस्थ राष्ट्र के लिए विज्ञान , तकनीकी व नवाचार के अंतर्गत 5 उप विषयों इकोसिसटम व ईकोसिस्टम सेवाएं , स्वास्थ्य व सैनीटेशन , कचरे से समृद्धि , सोसाइटी कल्चर व जीवन्तता एवं पारपरिक ज्ञान सिस्टम के अंतर्गत बाल वैज्ञानिकों ने व्यापक आंकड़ों के साथ अपनी रिपोर्ट तैयार की है । इनके सर्वेक्षण जानकारी को विद्वान निर्णायको की एक टीम द्वारा जांचा परखा जायेगा।
बता दे की निर्णायक के रूप में आईआईआरएस से डा० पूनम तिवारी , डा संदीप नैथानी , आईआईपी से डा आनन्द नरानी , डा अंकुश वी विंदवाल , डा० सुमनलता जैन आर्मी कॉलेज आईएमए से डा विभव सारस्वत , डा०मनोज श्रीवास्तव च डा०रतिकात एफआरआई से डा डीपी कहाली डा एन बाला , डा अनूप चन्द्र , डब्लूआईएचजी से सुमन लता रावत , डा०पी०एस०नेगी , गौतम रावत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे ।